नई शिक्षा नीति क्या है? 2023 | NCP ( New education policy )

नई शिक्षा नीति जिसे की इंग्लिश में new education policyकहा जाता है जिसे कि NCP भी कहा जाता है। सन 2020 में हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अध्यक्षता में केंद्र सरकार द्वारा इस योजना के लिए मंजूरी दी गई है। जिसका मुख्य उद्देश्य रहा है कि हमारे भारत देश की शिक्षा नीति को ग्लोबल लेवल पर लाया जा सके जिससे कि हमारा भारत और भी महान शक्ति बनकर भविष्य में उभर पाए। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्कूल से लेकर कॉलेज तक की शिक्षा नीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। जिसके द्वारा हमारे बच्चों की जानकारी के साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य और मानसिक विकास को भी शामिल किया गया है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को उनकी छठी कक्षा के बाद से बिजनेस के बारे में भी बताया जाएगा जिससे कि आगे चलकर बच्चे इस भेद में फंस ना जाए कि उन्हें आगे क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए?

जैसा कि हमें पता है कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा नई-नई योजनाएं हमेशा से लाई जाती रही है लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को यह अच्छे से बताएं कि यदि भारत को एक महाशक्ति के रूप में उभरना है या भारत देश को विकासशील देश से विकसित देश में बदलना है तो सबसे पहले हमारे देश के शिक्षा नीति में बदलाव करने की आवश्यकता है क्योंकि हमारे देश के भविष्य हमारे बच्चे ही हैं जिनकी बदौलत हमारा देश आगे और भी नाम रोशन करेगा पूरे विश्व में। यह महान अवसर उन सभी बच्चों को मिलने वाला है जिन्होंने सन् 2020 के बाद अपनी पढ़ाई शुरू की है। उन्हें अपनी अग्रिम पढ़ाई को लेकर के किसी भी बात की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि उन्हें आगे भविष्य में क्या करना चाहिए व्यवसाय के रूप में या किसी नौकरी के रूप में उन्हें अपनी शुरू की पढ़ाई से ही पता चल जाएगा। क्योंकि बच्चों की मानसिक स्थिति को भी इस योजना के अंतर्गत और विकसित करने पर ध्यान दिया गया है।

नई शिक्षा नीति के उद्देश्य –

भारत की नई शिक्षा नीति के बहुत सारे उद्देश्य हैं जो कि इस प्रकार से हैं –

  • वर्तमान समय में बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ना बेहद ही आवश्यक हो गया है तो इसी बात को देखते हुए हमारे केंद्र सरकार ने बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए नई शिक्षा नीति में कुछ बदलाव किए हैं। जिससे कि बच्चों को उनकी संस्कृति का पता चले भी इसका मुख्य उद्देश्य है।
  • शिक्षा को फ्लैक्सिबल बनाना जिससे कि बच्चों को पढ़ाई में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना आ पाए इसलिए नए शिक्षा नीति में यह बदलाव भी रखा गया है।
  • आज के परिवेश में बच्चों को अनुशासन सीखना बहुत ही जरूरी हो गया है तो नई शिक्षा नीति का हितेश रखा गया है कि बच्चों को अनुशासन से खाना आवश्यक होगा और उन्हें सशक्तिकरण करना बहुत आवश्यक है। इन बातों को गौर करते हुए नई शिक्षा नीति में यह बदलाव भी किए गए हैं।
  • समय-समय पर बच्चों का मूल्यांकन करना कि उनकी शिक्षा आखिर किस स्तर की है और उनके शिक्षा में कितना सुधार करने की आवश्यकता है जिससे कि वह पढ़ने में और भी तेज डर रखो पर भी जोड़ दिया गया है।
  • ओपन एजुकेशन सिस्टम पर विशेष ध्यान दिया गया है जिससे की पढ़ाई का स्तर और भी ऊंचा होगा।
  • आज के समय में केवल शिक्षा ही जरूरी नहीं है बल्कि बच्चों को क्रिएटिव माइंड वाला परसों बनाना भी बहुत जरूरी है तो नई शिक्षा नीति में बच्चों की सोच को क्रिएटिव बनाना पर विशेष ध्यान दिया गया है जिससे कि वह आने वाले समय में नई-नई चीजों का आविष्कार कर पाए।
  • शिक्षा ऐसी देनी चाहिए इसके कुछ महत्वपूर्ण कुछ गुण हो तो नई शिक्षा नीति में ऐसी ही शिक्षा पर जोर दिया गया है प्लीज जो गुणवत्ता पूर्वक हों।
  • नई शिक्षा नीति में अधिक रिसर्च पर ध्यान दिया गया है, क्योंकि रिसर्च द्वारा बच्चों की बुद्धि पर और जोड़ पड़ता है और उनके  और अधिक ज्ञान की वृद्धि होती है इसीलिए नई शिक्षा नीति में रिसर्च पर ज्यादा जोर दिया गया है।
  • आज के समय की मांग है कि आपको एक साथ दो या दो से अधिक लैंग्वेज आणि बहुत ही जरूरी है इसीलिए नई शिक्षा नीति में आपको कई सारी भाषाओं का ज्ञान करने पर जोर दिया गया है। जिससे कि आप न केवल देश में बल्कि विदेश में भी जाकर अपना नाम रोशन कर सके इसीलिए बच्चों पर इस नई शिक्षा नीति का विशेष ध्यान दिया गया।

 नई शिक्षा नीति (NCP) की विशेषताएं –

 नई शिक्षा नीति के बहुत सारे विशेषताएं हैं जिन्हें हमें जानना बेहद ही जरूरी है जो कि इस प्रकार से हैं –

  •  नई शिक्षा नीति आ जाने के बाद अब मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय को एजुकेशन मिनिस्ट्री के नाम से जाना जाएगा यह नया बदलाव किया गया है नई शिक्षा नीति के आने के बाद।
  •  नई शिक्षा नीति के अंतर्गत 5 + 3 + 3 + 4 पैटर्न को अपनाया जाएगा। जिसके अंतर्गत बच्चों को 12 साल की स्कूली शिक्षा दी जाएगी और 3 साल की फ्री स्कूली शिक्षा दी जाएगी।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत हर स्कूल में कक्षा 5 तक बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा दी जाएगी या उनके क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा दी जाएगी। जो कि इस नई योजना की महत्वपूर्ण विशेषता है।
  • वर्तमान समय की स्थिति को देखते हुए बच्चों की शिक्षा में सुधार करने तथा उन्हें अलग-अलग क्षेत्र में भी विकसित समाज देने के लिए नई शिक्षा नीति के अंतर्गत छठी कक्षा से ही बच्चों को बिजनेस इंटर्नशिप स्टार्ट कर दिया जाएगा जिससे कि वह अपनी पढ़ाई के साथ ही साथ बिजनेस की जानकारी भी लेते रहे।
  • नई शिक्षा नीति आ जाने के बाद अब बहुत सारे बदलाव किए गए हैं जो कि पहले नहीं थे नई शिक्षा नीति के अंतर्गत अगर बच्चे चाहे तो फिजिक्स के साथ अकाउंट या फिर आर्ट्स की कोई भी सब्जेक्ट पढ़ सकते हैं जबकि इससे पहले फिजिक्स के साथ में बायोलॉजी जरूरी होता था लेकिन अब बच्चे एकदम स्वतंत्र होकर कोई भी सब्जेक्ट पढ़ सकते हैं। जो कि हर बच्चों को उनकी नई राह और नई पहचान देने में मदद करेगा।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को छठी कक्षा से ही कोडिंग भी सिखाया जाएगा।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बहुत सारे बदलाव किए गए हैं इसमें से एक बदलाव है यह है कि हर स्कूलों में डिजिटल इक्वलिटी किए जाएंगे जिससे कि बच्चे अब डिजिटल पढ़ाई शुरू कर पाएंगे।
  • हर स्कूल में वर्चुअल लैब डेवलप करने की नई शिक्षा नीति ने व्यवस्था की है जिससे कि अब हर बच्चा लैब में अपनी काम को कर किसी पाएगा।
  • पहले की पढ़ाई में ग्रेजुएशन करने के लिए आपको तीन से चार साल लग जाता था लेकिन नई शिक्षा नीति के आ जाने के बाद अब आप एग्जिट ऑप्शन भी ले सकते हैं यानी की स्टूडेंट ने अगर 1 साल का ग्रेजुएशन पढ़ाई अपनी कंप्लीट की है तो उसे उसकी 1 साल की ग्रेजुएशन की पढ़ाई का सर्टिफिकेट भी मिलेगा और 2 साल बाद एडवांस डिप्लोमा करने का भी उसे मौका मिलेगा।

यह तमाम विशेषताएं ने शिक्षा नीति के अंतर्गत बदलाव करके लाई गई है जिससे कि हमारे समाज और आने वाले भविष्य में एक नई पहचान बच्चों द्वारा हमारे भारत देश को मिल सके। और हर बच्चे का फ्यूचर उज्जवल हो सके।

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नई शिक्षा नीति से लाभ-

नई शिक्षा नीति से हमारे बच्चों की पढ़ाई में बहुत सारे लाभ उन्हें मिलने वाले हैं जो किस प्रकार से है –

  • बच्चों की शिक्षा के साथ ही साथ उनके भविष्य को सुधारनी और संवारने के लिए उन्हें कक्षा छठी से ही बिजनेस और कोडिंग जैसी पढ़ाईयों के बारे में समझाया जाएगा जिससे कि वह आगे चलकर उन्हें भविष्य में क्या करना चाहिए जैसी बातों में उलझा ना जाए। उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए खुद इस बात में भेद करना आता  हो।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को कोई भी प्रेशर नहीं है कि उन्हें क्या सब्जेक्ट लेना चाहिए और क्या नहीं। वे अपने मन मुताबिक किसी भी सब्जेक्ट के साथ में दूसरा सब्जेक्ट ले सकते हैं जैसे में  यदि वे केवल मैथ पढ़ना चाहते हैं और साथ में आर्ट साइड का कोई सब्जेक्ट लेना चाहते हैं तो वह यह पढ़ाई आराम से आगे जारी रख सकते हैं। जबकि ऐसी स्वतंत्रता पहले की सरकार में नहीं थी। जिसे कई बच्चे कंफ्यूज हो जाते थे और उनकी पूरी पढ़ाई बर्बाद हो जाती थी।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत मात्रा बच्चों की शिक्षा पर ही नहीं बल्कि उनके खेलकूद मानसिक विकास स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया गया है जिससे कि बच्चों का दिमाग और भी अधिक विकसित हो सके।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत बच्चों को रचनात्मक तरीके से पढ़ने का तरीका सोचा गया है जहां हर हफ्ते नए-नए प्रतियोगिताएं होंगी और जीते हुए बच्चों को पुरस्कार मिलेगा इससे बच्चों को पढ़ने में और भी ज्यादा रुचि आएगी।
  • नई शिक्षा नीति के अंतर्गत 3 साल की फ्री स्कूल शिक्षा भी देने की व्यवस्था की गई है जो कि हर बच्चे के लिए बहुत ही सुनहरे मौके के रूप में साबित हो सकता है।

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सुझाव-

नई शिक्षा नीति यानी की new education policy एक ऐसी शिक्षा नीति है जिससे कि हमारे भारत के बच्चों का भविष्य और भी अधिक सुधारने वाला है और उन्हें भविष्य में तमाम प्रकार की सुविधा पढ़ाई में मिलने वाली है क्योंकि हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है।

 तो दोस्तों हमेशा है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा।

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