आए दिन प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान से किसानों की अर्थव्यवस्था पर बहुत भारी असर होता है। जिस कारण से उनके आम जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इन आपदाओं को होने से उनकी फसल खराब हो जाती है जिसकी वजह से उनकी बड़ी-बड़ी जरूरत को तो छोड़िए वह अपनी छोटी-छोटी जरूरत को भी पूरा करने में असमर्थ हो जाते हैं।जिसने की इन्हीं मुश्किलों को देखते हुए आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार में केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत सन 2016 में की गई।जिससे किसानों की फसलों पर होने वाले प्रभाव का असर किसानों के ऊपर नहीं जाएगा। इस विषय पर हम अपने इस लेख में सविस्तार चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा सन 2016 में शुरू की गई थी। पूरे भारत देश में रह रहे किसान पीड़ितों को उनकी फसल पर पड़ने वाली प्राकृतिक आपदाओं से छुटकारा दिलाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई। क्योंकि अक्सर हम यह समाचार सुनते थे कि अत्यधिक सुख के कारण या बाढ़ के कारण या बिजली प्रभावित क्षेत्र हो जाने के कारण किसानों की खेती नष्ट हो जाती थी जिसकी वजह से किसानों को भारी भरकम नुकसान का सामना करना पड़ता था लेकिन अब इस योजना के आ जाने के बाद किसानों के फसल का बीमा किया जाएगा।जिससे प्राकृतिक आपदा वह चाहे चीज भी प्रकार की हो जैसे में सूखा, बाढ़, बादल फटना, बिजली से खेतों में आग लग जाना, भूकंप से होने वाले फसल नुकसान, ओला पड़ना इत्यादि से होने वाले नुकसानों का मुआवजा सीधे किसानों के खाते में सरकार द्वारा दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से किसान अपने रबी,खरीफ तथा अन्य सभी प्रकार की फसलों का मुआवजा सरकार से प्राप्त कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के उद्देश्य क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत सूखा, बाढ़, भूस्खलन, चक्रवात तूफान,किन्हीं कीटों द्वारा फसलों पर आने वाली बीमारियां तथा अन्य किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण यदि किसानों की पैदावार तथा फसलों पर किसी भी प्रकार का असर होता है या नुकसान होता है तो इससे किसानों की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ता था। तो किसानों को उनकी इन्हीं समस्याओं से निजात दिलाने के लिए तथा प्रकृति द्वारा किसी भी प्रकार के जोखिम से होने वाले नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा किए जाने के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत अधिकतम ₹200000 तक की क्लेम राशि बीमा के तौर पर किसानों को दी जाती है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से लाभ
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आपको बहुत सारे लाभ देखने को मिलते हैं जिनमें –
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत यदि आपने बीमा करवाया है तो फसल तैयार करने से लेकर काटने तक के बीच में 14 दिनों के बीच यदि किसी प्राकृतिक आपदा के कारण आपकी फसल नष्ट हो जाती है तो आपको इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों ही तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आप मात्र 10 दिनों के अंदर ही अपना पंजीकरण करवा कर इस योजना के लिए पंजीकृत हो सकते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत यदि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा के वजह से आपकी फसल खराब होती है तो आपको इसका सीधा मुआवजा के खाते में दिया जाता है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए पात्रता
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आपको निम्नलिखित पात्रधारक होना आवश्यक है जिनमें –
- आवेदक को भारत का स्थाई किसान नागरिक होना आवश्यक है।
- आवेदक के नाम पर खेत होना जरूरी है। या फिर उसमें रेहन पर खेत ले रखा हो उसके कागजात होने आवश्यक है।
- बैंक में खाता होना अनिवार्य है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए डॉक्यूमेंट–
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आपके पास निम्नलिखित डॉक्यूमेंट होना आवश्यक है अन्यथा आप इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे जिम की कुछ विशेष कागज है जैसे में –
- आवेदक का आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- वोटर आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- खेत का खसरा नंबर
- यदि खेत किराए पर लिया है तो उसका एग्रीमेंट पेपर का कॉपी
- बैंक खाता डीटेल्स
- खेत में जो फसल बोई जा रही है खुशबू आई के लिए एक प्रमाण पत्र
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किन फसलों पर लाभ मिलेगा?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आपको निम्नलिखित फसलों पर लाभ दिया जाएगा जैसे में –
- धान
- मक्का
- बाजार
- कपास
- गेहूं.
- जौ
- चना
- सरसों
- सूरजमुखी
- उड़द
- मूंग इत्यादि फसले।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए अंतर्गत आवेदन करने के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से आवेदन कर सकते हैं।
ऑफलाइन माध्यम-
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए ऑफलाइन आवेदन करने के लिए आपको बैंक में जाकर एक फॉर्म भरना पड़ता है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का। तथा उसके साथ मांगे गए सभी डॉक्यूमेंट आपको संलग्न करके बैंक अधिकारी को देना होता है जिसके बाद आप इस योजना के लिए पंजीकृत हो जाते हैं।
ऑनलाइन माध्यम-
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए निम्नलिखित प्रक्रियाओं को फॉलो करना होता है जिसे हमने बताया है।
- सबसे पहले आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने इस वेबसाइट का एक होम पेज आ जाता है।
- यहां आपको farmer corner apply for Crop Insurance yourself का ऑप्शन दिखाई देगा जिसे आपको क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज farmer application का खुल जाएगा।
- यहां आपको guest former का ऑप्शन दिखाई देगा जिस पर आपको क्लिक करना है।
- यहां क्लिक करते ही आपके सामने एक नया रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाता है।
- इस बार में मांगी गई सभी जरूरी जानकारियां आपको ध्यानपूर्वक भरकर दर्ज करनी होती है जिसमें फार्मर आईडी फॉर्मर नेम इत्यादि चीज पूछी जाती है।
- और साथ ही साथ इसमें मांगे गए सभी जरूरी डॉक्यूमेंट को आपको इसके साथ अटैच कर देना होता है।
- इसके बाद नीचे दिए गए कैप्चा कोड को दर्ज करके आपको submit button पर क्लिक करना होगा।
इस तरह से आपकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूर्ण हो जाती है।
72 घंटे के अंदर फसल बर्बादी की सूचना कृषि कार्यालय पर दें –
यदि किसी प्राकृतिक आपदा के चलते बीमित कृषि की फसल किसी भी तरह से खराब हुई है वह थोड़ी हो या ज्यादा हो हर स्थिति की जानकारी 72 घंटे के अंदर आपको किसान क्रॉप इंश्योरेंस अप के माध्यम से सरकार तक इस जानकारी को पहुंचना होगा। या फिर बीमा कंपनियों के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके भी आप इस बात की जानकारी दे सकते हैं। यदि आप इनमें से कुछ भी नहीं कर सकते हैं तो आप अपने नजदीक के किसी कृषि कार्यालय पर जाकर इस बारे में जानकारी दे दें और संबंधित बैंक शाखा या जन सेवा केंद्र से जाकर आप संपर्क कर सकते हैं। कृषि कार्यालय से आपकी फसलों की बर्बादी देखने के लिए अधिकारी आएंगे और जितने प्रतिशत तक आपकी फसल बर्बाद हुई रहेगी उतने का आपको मुआवजा दे दिया जाएगा।
सुझाव-
प्रिय किसान भाइयों यदि आप भी इस योजना का लाभ अब तक नहीं ले पाए हैं तो इस योजना के लिए जरूर जरूर आवेदन कीजिए। यदि आपकी फसल को किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो आपकी फसल का भुगतान सीधे सरकार द्वारा किया जाएगा इससे आपकी अर्थव्यवस्था पर किसी भी प्रकार का असर नहीं जाएगा।